राहुल शर्मा
जयपुर। देश के दो राज्यों में सरकार बनाने के बाद अब आम आदमी पार्टी (आप) राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। आप पंजाब की तर्ज पर राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस और भाजपा के कुछ नेता आप नेतृत्व के सम्पर्क में बताए जा रहे हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को मजबूत विकल्प देने के लिहाज से संगठन को सक्रिय करने के लिए योजना की गई है। दिल्ली के द्वारका विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनय मिश्रा को प्रभारी बनाया गया है। मिश्रा ने जिलावार जनाधार वाले लोगों के साथ संवाद करना प्रारम्भ किया है।
आप ने जिस तरह से राज्य में सक्रियता बढ़ाई है। उससे सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और भाजपा के नेताओं की चिंता बढ़ गई है। राज्य में सत्तारूढ़ दल के खिलाफ लहर का ट्रेंड रहा है, इसलिए इसका लाभ आप को मिल सकता है। कांग्रेस नेताओं को चिंता इस बात की है कि दिल्ली और पंजाब में आप की सक्रियता के बाद से ही वोट बैंक बिगड़ा है। आप ने कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध ज्यादा लगाई है। वहीं, शहरी मतदाताओं पर आप जिस तरह से ध्यान दे रही है, उससे भाजपा के नेताओं की चिंता बढ़ी है। शहरी वोट बैंक पर भाजपा की पकड़ हमेशा से ही रही है। ऐसे में यदि शहरी क्षेत्र में आप की सक्रियता बढ़ती है तो भाजपा के वोट बैंक को नुकसान हो सकता है। ऐसे में आप के कारण दोनों ही पार्टियों को समीकरण बिगड़ने की चिंता सताने लगी है।