जयपुर। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स के ज्ञान संसाधन केंद्र की विभागाध्यक्ष डॉ. लता सुरेश को पीओएसएच (कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न) की रोकथान के लिए बने अधिनयम का प्रमाणित मास्टर प्रशिक्षक प्रमाण पत्र मिला है। गौरतलब है की डॉ. लता 2005 से आईसीसी (इंटर्नल कंप्लेंट कमेटी) की मेंबर और चेयरपर्सन रही है। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई केसेस का निपटारा किया है।

जानकारी के मुताबिक पीओएसएच अधिनियम 2013 के मुताबिक प्रत्येक नियोक्ता को अपने कार्यालय या शाखा में 10 या अधिक कर्मचारियों के साथ एक आंतरिक परिवाद समिति का गठन करना होता है, इसमें यौन उत्पीड़न को परिभाषित कर शिकायत और अन्वेषण के लिए प्रक्रियाओं पर की जाने वाली कार्रवाई का निर्धारण किया जाता है।सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार हर संस्थान में एक परिवाद समिति का गठन किया जाना चाहिए, जो कार्यक्षेत्र पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न के मामलों की जांच करती है। डॉ. लता ने इन्हीं महत्वपूर्ण विषयों पर कई ट्रेनिंग प्रोग्राम भी सफलतापूर्वक संचालित किए है।

Good coverage