तौफीक़ हयात
कोटा
रविवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के कोटा आगमन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बूंदी रोड पर जाते समय उनकी कार को घेर कर विरोध जताया जिसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कोटा में मीडिया को विवादित बयान दिया कि कांग्रेस भाजपा के जूते के बराबर भी नहीं है। कांग्रेस भाजपा की नकल करती है लेकिन नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है। उन्हें नकल के लिए सात जन्म लेने पड़ेंगे।
सतीश पूनिया ने विवादित बयान रीट में हुए पेपर लीक मामले के तहत सरकार पर कटाक्ष के रूप में दिया था।
भाजपा के प्रदेश मुख्य वक्ता रामलाल शर्मा ने बयान जारी किया कि सतीश पुनिया की गाड़ी पर बूंदी के बड़गांव के पास एक ढाबे पर करीब 200 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेरकर पत्थरबाजी की। उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि सड़क से लेकर विधानसभा तक प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था के खिलाफ आवाज़ उठाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट हो गया कि उनका सूपड़ा साफ होने वाला है।
घटना के बाद भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता और विधायक रविवार शाम को कोटा आई जी के बंगले के बाहर धरने पर बैठ गए। देर रात तक वे आरोपियों के खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई की मांग करते रहे। धरने पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर, विधायक संदीप शर्मा, विधायक चंद्रकांता मेघवाल, जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल, शहर अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी, देहात जिला अध्यक्ष मुकुट नागर, जिला महामंत्री मुकेश विजय, पार्षद विवेक राजवंशी सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता धरने पर बैठे रहे। उन्होंने कहा यह हत्या का प्रयास है। हत्या का प्रयास करने का मुकदमा दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
वही कोटा शहर के कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के विवादित बयान की कड़ी निंदा की। त्यागी ने कहा कि सतीश पुनिया मुख्यमंत्री के सपने देख उलटे सुलटे बयान दे रहे हैं। या तो सतीश पूनिया अपने बयान पर माफी मांगे नहीं तो कांग्रेस कार्यकर्ता ऐसे छुटभैया नेताओं जो मुंगेरीलाल के सपने देख रहे कोटा में घुसने नहीं देंगे और उनका मुंहतोड़ जवाब देंगे।