तौफीक़ हयात।
जयपुर
संसद का बजट सत्र सोमवार से राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया है। सत्र में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया जिसमें भारत की अर्थव्यवस्था के 8 से 8.5 फ़ीसदी तक वर्द्धि दर का अनुमान लगाया गया है।
वहीं राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के अनुमान के अनुसार आर्थिक वर्द्धि दर 9.2 फ़ीसदी तक का अनुमान लगाया गया है।
देश में कोरोना महामारी के बाद से कई क्षेत्रों में बुरा प्रभाव पड़ा। इससे रोजगार जैसी समस्या के साथ महंगाई अपनी चरम सीमा पर पहुंच गई।
नई दिल्ली में मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अंनत नागेश्वरन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि केंद्र सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए चार रणनीतिया अपनाई है। इसमें अर्थव्यवस्था को कमज़ोर क्षेत्रों को सहायता करने में शामिल किया गया है। साथ ही वित्तिय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करना और सप्लाई चेन से जोड़ सुधार करना भी शामिल किया गया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने अभिभाषण में केंद्र की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कृषि क्षेत्र में सफलता का श्रेय देश के छोटे किसानों को दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक बार फिर सर्वाधिक तेज़ी से अर्थव्यवस्था में विकसित हो रहा है।