संध्या देवी
चित्रकूट।
“तू भी है राणा का वंशज
फेंक जहां तक भाला जाए
दोनों तरफ लिखा हो भारत
सिक्का वही उछाला जाए ।” वाहिद अली वाहिद कि आज यह पंक्ति साकार हो गई ।टोक्यो ओलंपिक में जैवलिन थ्रो के फाइनल में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे नीरज चोपड़ा ने हासिल किया इस ओलंपिक का पहला स्वर्ण पदक। इसके साथ ही ऐथलेटिक्स में पदक हासिल करने वाले पहले भारतीय का ताज उनके भाले पर सजा।
नीरज ने पहले अटेम्प्ट में 87.03 मीटर, दूसरे में 87.58 मीटर दूर भाला फेंक कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। तीसरे अटेम्प्ट में 76.79 मीटर के थ्रो से नीरज नाखुश दिखे। हालांकि वह टॉप पर ही रहे। 85.47 मीटर थ्रो के साथ चेक के विटेस्लाव वेलेसी दूसरे नंबर पर और जर्मनी के जूलियन वेबर 85.38 मीटर थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे है। 86.65 मीटर थ्रो करके नीरज क्वालीफाइंग राउंड में अपने ग्रुप में पहले स्थान स्थान पर रहे। नीरज चोपड़ा ने चौथे व पांचवें राउंड में फाउल किया तथा छठवें व फाइनल राउंड में राउंड में 87.58 मीटर का थ्रो करके जीत हासिल की। इसके साथ ही 86.67 मीटर थ्रो के साथ चेक के जाकुब बेदलेच दूसरे स्थान पर रहे तथा चेक के विटेस्लाव वेलेसी 85.44 मीटर थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे ।
भारत के 121 साल के इतिहास में नीरज चोपड़ा ट्रैक एंड फील्ड (एथलेटिक्स) में पदक हासिल करने वाले पहले भारतीय हैं। 2018 एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड हासिल किया था। एथलेटिक्स में पहला मेडल और ओलंपिक के पहले स्वर्ण पदक मिलने से पूरा भारत खुशी से झूम उठा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने ट्वीट कर दी सबको जीत की बधाई।

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