Parashooting में मनीष ने गोल्ड तो वहीं सिंहराज ने किया सिल्वर मेडल पर कब्ज़ा
दिव्यादित्य सिंह
जयपुर. Tokyo Paralympics में भारत की मेडल की गिनती रुक ही नहीं रही है। और अब भारतीय टीम ने एक ही इवेंट में दो मेडल जीतने का कारनामा कर दिखाया है। शूटिंग P4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल SH1 में जहा Singhraj Adana ने सिल्वर वहीं Manish Narwal ने गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। यह टोक्यो में भारत का तीसरा गोल्ड और सातवां सिल्वर मेडल है।
मनीष ने पैरालंपिक में रिकॉर्ड बनाते हुए फाइनल में 218.2 का स्कोर बनाया। वहीं कुछ दिन पहले ब्रोंज जितने वाले सिंहराज ने 216.7 का स्कोर बनाते हुए टोक्यो में अपना दूसरा मेडल हासिल किया। इस मुकाबले में ब्रॉन्ज मेडल रूस के Sergey Malyshev के नाम हुआ है। 19 साल के मनीष और 39 साल के सिंहराज दोनों ही फरीदाबाद के रहने वाले हैं।

P4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल SH1 में वह खिलाड़ी भाग लेते हैं जिनके एक हाथ या पैर में विकार होता है जो रीढ़ की हड्डी में चोट या अंग कटने की वजह से होता है। कुछ निशानेबाज खड़े होकर तो कुछ बैठकर निशाना लगाते हैं। इसमें खिलाड़ी एक हाथ से ही पिस्टल चलाते हैं।
प्रधानमंत्री Narendra Modi ने दोनो पदक विजेताओं को ट्वीटर पर बधाई दी। मनीष के लिए उन्होंने लिखा — ‘टोक्यो पैरालंपिक में गौरवपूर्ण प्रदर्शन जारी है। युवा और बेहद प्रतिभावान मनीष नरवाल की शानदार उपलब्धि। उनका स्वर्ण पदक जीतना भारतीय खेलों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्हें बधाई और आगे आने वाले समय के लिए शुभकामनाएं।’ वहीं सिंहराज के लिए ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा – ‘उनके इस करतब से भारत खुश है। उन्हें बधाई और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’
सिंहराज की मां ने भी उनके मेडल जीते पर खुशी जाहिर की। वह बोलीं – ‘मैं बहुत-बहुत खुश हूं। मेरे बेटे सिंहराज ने पूरे देश में नाम रोशन कर दिया, ऐसा शेर है मेरा।’
भारत के अब टोक्यो पैरालंपिक में 3 गोल्ड, 7 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मिलाकर 15 मेडल हो चुके हैं। यह भारत का किसी भी ओलंपिक या पैरालंपिक में अब तक का सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।