जयपुर। किसी भी कलाकार के लिए जरूरी है कि वो अपनी कला को जीना शुरू करें। पेशे से आर्किटेक्ट और जुनून से कलाकार जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी केडिजाइन डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर पायल लुल्ला जयपुर की मशहूर आर्टिस्ट है। ड्राइंग और पेंटिंग से अपने करियर की शुरूआत करने वाली पायल नेआर्किटेक्चर फील्ड में भी बेहतर काम किया है। पायल की माने तो कला ने उन्हें वह करना सिखाया है जो उन्हें पसंद है। जानकारी के मुताबिक जब पायल कोईपेंटिंग बनाती है तो उसे पूरी शिद्दत से तैयार करती है।

रंगों के बारे में पायल का कहना है कि रंग मेरी कल्पनाओं को जीवंतता देते है और इसके साथ ही इनकी रचनात्मकता मेरे जीवन को ऑक्सीजन देने का काम करतीहै। पायल की माने तो आर्ट सिर्फ एक ब्रश और कलर के बारे में ही नहीं है बल्कि भावों को उकेरने से है। कैनवास पर मन के भावों को व्यक्त करने का सबसे आसानमाध्यम है कई रंगों को एक साथ ब्रश की मदद से उकेरना। रंग जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते है यहीं नहीं रंगों से जीवन तनावमुक्त भी रहता है।
जानकारी के मुताबिक पायल मिश्रित मीडिया आर्ट वर्क्स, पोर्ट्रेट्स, रेजिन आर्टवर्क, वॉटर कलर्स के साथ ऐक्रेलिक और ऑइल पेंट्स पर ड्राइंग करती है। इनकेमाध्यम से वे वॉल आर्ट्स, फूड ट्रक्स पर भी अपने रंगों से लोगों का आकर्षण अपनी और खींचती है। ज्यादातर काम पायल का हॉर्स थीम पर रहा है। इनमें भी रंगीनघोडों की पेंटिंग पायल के लिए ऊर्जा बूस्टर की तरह है। जब कभी भी वे उदास होती है तो रंगीन घोडे की पेंटिंग बनाती है। अपने कॉन्सेप्ट स्टूडियों पर भी पायल नेडिजाइन और रचनात्मकता का मिश्रण किया हुआ है। स्टूडियों पर पायल बच्चों की वर्कशॉप लेती है, वर्कशॉप में पायल उन्हें पेंटिंग और ड्राईंग के अलावा आर्ट कीकई फॉर्म्स की जानकारी देती है।

एक्टिव साइक्लिस्ट के तौर पर भी मशहूर है पायल
पेंटिंग के अलावा पायल को एक एक्टिव साइक्लिस्ट के तौर पर भी जाना जाता है। पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से साइक्लिंग करने वाली पायल ने इसकीशुरूआत साल 2019 में की थी। साइक्लिंग में पायल ने टीआरजी साईक्लोथोन, टाईगर जगजीत मेमोरियल राइड अवार्ड और साईकिल फॉर लाइफ 100 किमीके अवार्ड्स जीत चुकी है। फिलहाल पायल टाईगर राईडर्स ग्रुप की मेंबर भी है।
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