पूर्व सांसद Sushmita Dev ने Congress party से किनारा कर लिया है। उन्होंने पार्टी का Whatsapp भी छोड़ दिया है तो वहीं Twitter पर Bio भी बदल दिया है।
नंदनी चौहान
आगरा उत्तर प्रदेश | असम में विधानसभा चुनाव हार के बाद कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका लगा है | पूर्व कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव (Former Congress MP Sushmita Dev ) ने पार्टी छोड़ दी है | सुष्मिता देव ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है | विधानसभा चुनाव (Assam Assembly Election)में कांग्रेस ने बीजेपी को हराने के लिए महागठबंधन तैयार कर चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी बीजेपी को दोबारा सत्ता में आने से नहीं रोक सकी | सुष्मिता देव कांग्रेस की महिला इकाई की अध्यक्ष (All India Mahila Congress president Sushmita Dev) भी हैं |

पिछले करीब 3 दशकों से कांग्रेस में जुड़ीं सुष्मिता ने पार्टी क्यों छोड़ी, इसके पीछे वजह स्पष्ट नहीं हो पाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेज दिया है। सुष्मिता, कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व में भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके संतोष मोहन देव की बेटी हैं। उनकी मां बिथिका देव भी विधायक रह चुकी हैं। सुष्मिता देव को कांग्रेस के युवा और तेजतर्रार नेताओं में से एक माना जाता है | सुष्मिता देव ने लोकसभा में सिलचर सीट का प्रतिनिधित्व किया है | दिल्ली के मिरांडा हाउस से ग्रेजुएट सुष्मिता देव ने लंदन के प्रतिष्ठित किंग्स कॉलेज से भी शिक्षा ग्रहण की है |
मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक सुष्मिता ने कहा है कि वह लोगों की सेवा का नया अध्याय शुरू करने जा रही हैं। साथ ही उन्होंने पार्टी का Whatsapp group भी छोड़ दिया है। सुष्मिता, राहुल गांधी सहित कांग्रेस के उन नेताओं में शामिल थीं, जिनके अकाउंट को Twitter ने ब्लॉक कर दिया था।सुष्मिता देव फिलहाल ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष थीं | वहीं TMC सूत्रों के मुताबिक, सुष्मिता टीएमसी नेतृत्व के संपर्क में हैं और जल्द ही कोलकाता पहुंच कर ममता बनर्जी या अभिषेक बनर्जी से मिल सकती हैं | 16 अगस्त को उन्होंने ट्विटर पर अपने इस पद के आगे भी ‘पूर्व’ जोड़ दिया है | सुष्मिता देव ने अब बायो में खुद को कांग्रेस का भी ‘पूर्व’ सदस्य लिखा हुआ है | उन्होंने 15 अगस्त को इस्तीफा दिया था |
सुष्मिता देव ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि वह कांग्रेस की सदस्यता छोड़ रही हैं | आगे लिखा है कि करीब तीस साल कांग्रेस पार्टी के साथ काम करना उनके लिए यादगार रहा | उन्होंने आगे लिखा है कि वह जनकल्याण में आगे का अपना वक्त लगाना चाहती हैं | वही कार्ति चिदंबरम बोले – विचार करना होगा नेता क्यों छोड़ रहे पार्टी|
ऐसी ही देश और दुनिया की तमाम नई खबरों के लिए बने रहे मेरे साथ सिर्फ और सिर्फ the bawabilat.in पर|
